खास संगमरमर पत्थर से आकार ले रहा कोरबा का राम दरबार…अयोध्या में भी इसी से रखी गई है राम मंदिर की नींव…
कोरबा। मे अयोधया के तर्ज पर प्रभु श्री राम का खास दरबार कोरबा में भी मूर्त रूप ले रहा है।
12 जून को इस मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मशहूर कथा वाचिका जया किशोरी जिले में होंगी।
इस मंदिर के निर्माण और जिले में जया किशोरी के आगमन में प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल का महत्वपूर्ण योगदान है।
जयसिंह के प्रयासों से ही कोरबा में एक भव्य राम मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बनेगा।
डीडीएम रोड में निर्माणाधीन राम दरबार का काम दिन के 24 घंटे तेजी से चल रहा है। प्राण प्रतिष्ठा के पहले निर्माण पूर्ण कर लिया जाएगा। मंदिर के निर्माण में बंसी पहाड़पुर पिंक पत्थर का इस्तेमाल किया गया है। यह गुलाबी रंग के खास किस्म के संगमरमर पत्थर होते हैं। जो सिर्फ राजस्थान के बंसी पहाड़ में ही मिलते हैं। इन्हीं पत्थरों का उपयोग अयोध्या के राम मंदिर में निर्माण में भी किया गया है। जिले के सभी रामभक्तों के लिए अयोध्या जाना तो संभव नहीं है। लेकिन अयोध्या के मिट्टी की खुशबू और वैसे ही पत्थरों के उपयोग से कोरबा में बन रहे श्री राम मंदिर के दर्शन श्रद्धालु जरूर कर सकेंगे।
अयोध्या में काम कर चुके 40 कारीगर कोरबा में कर रहे राम मंदिर का निर्माण
राजस्व मंत्री और कोरबा विधायक जयसिंह अग्रवाल ने इस मंदिर की नींव रखी है। इसके लिए उन्होंने राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र से कारीगर बुलवाएं हैं। मजदूरों के साथ ही पत्थर पर नक्काशी करने वाले 30 से 40 ऐसे कारीगर हैं। जिन्होंने अयोध्या के राम मंदिर के निर्माण में भी अपना योगदान दिया है। कुल मिलाकर 120 कारीगर और मजदूर मंदिर का निर्माण कर रहे हैं। इनमें से अधिकतर राजस्थान से हैं। यह सभी धार्मिक स्थलों का ही निर्माण करते हैं।
कोरबा के राम मंदिर का डिजाइन खासतौर पर एक यूनिक स्टाइल में किया गया है। जो कि देश में और किसी भी स्थान पर नहीं है। राजस्थान के इन पत्थरों का उपयोग देशभर के चुनिंदा धार्मिक स्थलों के निर्माण में किया गया है।
अब कोरबा भी उसमें शामिल होगा। इन खास पत्थरों का उपयोग प्राचीन काल में राजा महाराजा करते थे। जिससे वह अपने महल और मंदिरों का निर्माण करते थे। पत्थरों का ब्लॉक पहाड़ से खोदकर निकाला जाता है। इसके बाद इसे निर्माण स्थल तक पहुंचाया जाता है। जहां कारीगर इनमें अपनी कारीगरी का जौहर दिखाकर नक्काशी करते हैं।
जनवरी में शुरू हुआ कार्य, युद्धस्तर पर जारी
डीडीएम रोड में निर्माणाधीन राम दरबार का निर्माण इसी वर्ष के जनवरी माह में प्रारंभ हुआ था। तीन जून तक इसे पूर्ण कर लेने का टारगेट तय किया गया है। मंदिर निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। मंदिर का डिज़ाइन खासतौर सनातन हिंदू धर्म के अनुरूप है। मंदिर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यहां जाने पर सनातन धर्म के अलौकिक सुकून की अनुभूति होगी। मंदिर में सुकून का वातावरण होगा। आसपास हरियाली के लिए गार्डन और वॉटर फाउंटेन भी बनाया जाएगा।
कोरबा का राम मंदिर सनातन धर्म की प्राचीन परंपरा और आधुनिक इंजीनियरिंग का एक बेजोड़ उदाहरण बनेगा। जिलेवासियों के लिए यह राम दरबार एक खास धरोहर की तरह होगा।
जून को मुख्य पूजा, महाभंडारा के साथ जया किशोरी की राम कथा
12 जून को प्रभु श्रीराम, जिले के राम मंदिर में विराजित होंगे। इसी दिन मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य आयोजन सुबह 9:00 बजे कलश यात्रा के साथ शुरु होगा।
श्री राम मंदिर तक कलश यात्रा के साथ निशान पदयात्रा का भी आयोजन किया जाएगा। दोपहर 12:00 बजे से महाभंडारे की भी शुरुआत कर दी जाएगी। इसी दौरान दोपहर 1:40 बजे से 3:21 तक प्रभु श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा की मुख्य पूजा का आयोजन होगा।
प्राण प्रतिष्ठा पूजा के बाद शाम 5:00 बजे से विश्व विख्यात कथा वाचिका जया किशोरी कथा वाचन करेंगी। यह कार्यक्रम रात के 8:00 बजे तक लगातार चलता रहेगा।