गौरव पथ में भारी वाहनों के बंद होने पर ही खत्म होगा आंदोलन , गौरव पथ किसी की व्यक्तिगत संपत्ति नहीं – उमागोपाल
48 दिन से जारी गौरव पथ में आज शासन प्रशासन ने अचानक हस्तक्षेप करते हुए आंदोलन के पंडाल को जब्त किया और साथ ही साथ उमागोपाल और बंशी को जबरदस्ती ले जाकर थाने में बैठा दिया । उमागोपाल और बंशी के थाने में बैठाने कि खबर क्षेत्र में आग जैसे फैलने के साथ ही संगठन के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और थाना घेराव की तैयारी करने लगे । इसी बीच खबर आई की उमागोपाल और बंशी को केवल समझाइश देकर और कल के आंदोलन को स्थगित करने की चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है ।
गौरतलब है की कल गांधी जयंती के अवसर पर गौरव पथ संघर्ष समिति दीपका द्वारा कल एक दिवसीय धरना प्रदर्शन व दीपका–गेवरा खदान बंदी का कार्यक्रम है ,जिससे क्षेत्र में एसईसीएल , प्रशासन व पुलिस के हाथ पांव फुले हुए हैं व क्षेत्र के ग्रामीणों का भी इस आंदोलन को समर्थन है ।
*वैकल्पिक मार्ग की कमी केवल बहाना – बंशीदास ।*
शासन प्रशासन केवल एसीबी कंपनी को गाड़ियों को चलवाने के लिए वैकल्पिक मार्ग का बहाना कर रही है । सच्चाई तो यह है की सभी गंतव्यों के लिए ट्रांसपोर्टरों के पास वैकल्पिक मार्ग पहले से ही उपलब्ध है । दीपका क्षेत्र के लोगों की भलाई के लिए शासन को गौरव पथ में भारी वाहनों को तत्काल बंद करवाना चाहिए ।
*जेल भेजने के नाम से डराना बंद करे प्रशासन – उमागोपाल*
उमागोपाल ने कहा की शासन प्रशासन हम आंदोलनकारियों को डराना बंद करे , और असल में अगर क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए जानेबके पक्षधर हैं तो गौरव पथ में भारी वाहन चलाना बंद करे ।