किसानों को नही मिलेगा खाद, बीज और केसीसी की सुविधा बढ़ेगी परेशानी, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति कर्मचारी गए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर।


कोरबा। जिले में आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के सदस्यों के द्वारा 1जून से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने के बाद गरीब जनता हैरान परेशान नजर आ रही है वही किसानों के माथो पर चिंता की लकीर स्पष्ठ नजर आ रही है केसीसी के लिए किसानों की लंबी कतार लग रही है लेकिन कार्य करने वाले कर्मचारी

सभी लामबद्ध हो कर हड़ताल में चले गए है जिससे किसानों को खाद , बीज ,और केसीसी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है अगर इनकी मांगे जल्द पूरी नही होती है तो किसानों को साहूकार से ब्याज में पैसे लेकर खेती करना मजबूरी हो जाएगी, और अपने खून पसीने की कमाई का एक बड़ा हिस्सा साहूकारों को ब्याज के रूप में देने से किसानों को नुकसान होने का अंदेशा है एक तरफ जहाँ सरकार किसानों के उन्नति के लिए नये नये योजना तैयार कर रही है वही दूसरी तरफ उनके संचालन करने वाले हड़ताल पर जा रहे है इनके द्वारा संचालित सोसाइटी से चावल का वितरण नही किया जा रहा है कई ऐसे भी गरीब परिवार है जो सोसाइटी से मिलने वाले चावल पर निर्भर है गरीब वर्ग को 1 रुपये किलो में चावल देने की योजना और प्रतिमाह 7 तारीख को मनाया जाने वाला चावल

त्योहार इस बार सुना रहा। लोग राशन के लिए भटक रहे है इस बार राशन मिलेगा या नही ये सोच कर परेशान नजर आ रहे है आदिम जाति सेवा सहकारी समिति की तीन प्रमुख मांगे ..
1—प्रदेश के 2058 समितियों में कार्यरत सभी सहकारी कर्मचारियों को नियमितीकरण किया जाए ।
2 सरकारी कर्मचारियों की भाती वेतनमान दिया जाए।
3 प्रदेश के समितियों में सीधी भर्ती को समाप्त कर समिति में कार्यरत सभी कर्मचारियों को समायोजन किया जाए।

शासन समिति की बात मानती हैं या गरीब जनता और किसान यूँही परेशान होती रहेगी देखने की बात होगी।
प्रशासन को जल्द इसपे कोई वैकल्पिक व्यवस्था की तलाश करनी होगी जिससे गरीबो और किसानों ,को खाद ,बीज, केसीसी, और चावल का वितरण समय से किया जा सके।
