गाय हमारी माता है, गौमाता की सेवा ईश्वर की सेवा है- राजेश्री डॉ. महंत रामसुंदर दासराज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष ने सोनपुरी में आकाशीय बिजली से मृत हुए गौवंशियों के पालकों से किया भेंट
कोरबा। गाय हमारी माता है, गौमाता की सेवा ईश्वर की सेवा है, गौमाता की सेवा के लिए भगवान को स्वयं धरती पर अवतार लेकर आना पड़ता है। भारतीय संस्कृति की पहचान ही गौमाता की सेवा है। उक्त बातें छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री डॉ. महंत रामसुंदर दास ने कोरबा विकासखण्ड के ग्राम सोनपुरी में आकाशीय बिजली से मृत हुए गौवंशियों के पालकों से भेंट-मुलाकात के दौरान गौठान में कही। उन्होंने सभी पीड़ित पशुपालकों को शासन की ओर से मुआवजा राशि प्रदान की।
आयोग के अध्यक्ष ने अधिकारियों एवं ग्रामीणों से चर्चा कर इस आकस्मिक घटना के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने दुःखद घटना के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। साथ ही पीड़ित पशुपालकों को सांत्वना प्रदान किया। उन्होंने ग्रामीणों से ऐसी प्राकृतिक घटनाओं के प्रति सचेत रहने की बात कही।
डॉ. महंत रामसुंदर दास ने कहा कि प्रदेश सरकर के संवेदनशील मुखिया श्री भूपेश बघेल ने उक्त घटना के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए अधिकारियों को शीघ्रता से पीड़ितों को राहत पहुँचाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा की
छत्तीसगढ़ शासन गौमाता की सेवा के लिए गोधन न्याय योजना जैसे विभिन्न योजनाओं का संचालन कर रही है। गौठानो में गोबर एवं गौमूत्र की खरीदी कर पशुपालकों एवं किसानों को आय प्रदान कर रही है साथ ही समूह की महिलाएं गोबर से जैविक खाद, कीटनाशक का निर्माण, गोबर पेंट निर्माण जैसे अन्य गतिविधियां कर आत्मनिर्भर बन रही है। इस दौरान उन्होंने गौठान से जुड़ी समूह की महिलाओं से उनके द्वारा की जा रही गतिविधियों के संबंध में चर्चा की। उन्होंने महिलाओं को अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने एवं अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए प्रोत्साहित किया। महिलाओं ने बताया कि शासन की योजनाओं से घर के नजदीक ही उन्हें रोजगार मिल रहा है। जिससे वे आत्मनिर्भर बन रहीं हैं।
गौरतलब है कि हुए विगत 26 मई को ग्राम सोनपुरी में बारिश और गरज-चमक के बीच हुए आकाशीय गाज गिरने से 23 गौवंशियों की मौत हो गई थी। जिससे प्रभावित 19 पशुपालकों को आज शासन की ओर से राज्य गौसेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री डॉ. महंत रामसुंदर दास द्वारा मुआवजा राशि वितरित की गई। प्रशासन के द्वारा प्राकृतिक आपदा में पशुधन की हानि होने पर पशुपालकों को आरबीसी 6-4 के अंतर्गत क्षतिपूर्ति राशि प्रदान किया जाता है। इसके लिए दुधारू पशुओं सहित अन्य मवेशियों के लिए श्रेणियां तय है। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री प्रदीप साहू, अनुविभागीय अधिकारी कोरबा श्रीमती सीमा पात्रे, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवा श्री एस. पी. सिंह, अन्य अधिकारी एवं सरपंच-पंच सहित ग्रामीण उपस्थित रहे।
/सुरजीत/