मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कोरबा को दी 223 करोड़ की सौगातें, कन्वेंशन सेंटर का किया नामकरण, लोकमाता अहिल्याबाई की प्रतिमा का किया अनावरण
कोरबा (न्यूज उड़ान ) 12 जून 2025।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अपने एक दिवसीय कोरबा प्रवास के दौरान जिलेवासियों को कुल 223 करोड़ 88 लाख 41 हजार रुपये की लागत से 66 विकास कार्यों की सौगात दी। इनमें से 16 कार्यों का लोकार्पण तथा 50 कार्यों का भूमिपूजन/शिलान्यास किया गया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर कन्वेंशन सेंटर परिसर में लोकमाता अहिल्याबाई की प्रतिमा का अनावरण करते हुए कन्वेंशन सेंटर को उनके नाम से समर्पित किया। साथ ही, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री गोपाल मोदी की मांग पर मुख्यमंत्री ने इस कन्वेंशन सेंटर को वातानुकूलित (एयर-कंडीशन्ड) किए जाने की घोषणा भी की।
इस ऐतिहासिक अवसर पर मंच पर उप मुख्यमंत्री एवं कोरबा जिले के प्रभारी मंत्री श्री अरुण साव जी, कोरबा विधायक एवं छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री श्री लखन लाल देवांगन जी, कटघोरा विधानसभा के विधायक श्री प्रेमलाल पटेल जी, राज्य गृह निर्माण मंडल छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष श्री अनुराग सिंहदेव जी, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री गोपाल मोदी जी, नगर पालिक निगम कोरबा की महापौर श्रीमती संजुदेवी राजपूत जी, जिला पंचायत कोरबा के अध्यक्ष श्री पवन कुमार सिंह जी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्री ननकी राम कंवर जी, भाजपा कोरबा के जिला प्रभारी श्री गोपाल साहू जी, प्रदेश आमंत्रित सदस्य श्री ज्योति नंद दुबे जी, नगर पालिक निगम कोरबा के एमआईसी सदस्य श्री हीतानंद अग्रवाल जी, श्री जोगेश लांबा जी, श्री अशोक चावलानी जी, श्री मनोज शर्मा जी, श्री पवन गर्ग जी, श्री संतोष देवांगन जी, भाजपा कोरबा के जिला महामंत्री श्री टिकेश्वर राठिया जी, पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर त्रि-शासकीय कन्वेंशन सेंटर निर्माण समिति के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार जी, श्री प्रफुल्ल तिवारी जी, श्री नवदीप नंदा जी, तथा श्री अजय चंद्रा जी सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।
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16 लोकार्पण कार्यों में शामिल मुख्य परियोजनाएं:
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग अंतर्गत 11 कार्यों का लोकार्पण (लागत: 15.06 करोड़) – ग्राम केरवाद्वारी, डूमरडीह, कोरकोमा, कसईपाली, बारी उमरांव, कपोट, नुनेरा, कोटमर्रा, लैंगा, बेतलो और सरपता में जल जीवन मिशन के तहत एकल ग्राम योजना।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्राम भैसमा, कुदमुरा और पसान में 75-75 लाख रुपये की लागत से नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवनों का निर्माण।
नगर निगम कोरबा के अंतर्गत स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम विद्यालय में 3.58 करोड़ रुपये से नवीन भवन निर्माण एवं जीर्णोद्धार।
क्रेड़ा विभाग द्वारा 3.20 करोड़ रुपये से 47 छात्रावास व आश्रमों में 2.4 किलोवाट क्षमता के सोलर पावर प्लांट की स्थापना।
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50 भूमिपूजन/शिलान्यास कार्यों की प्रमुख योजनाएं:
1. नगरीय प्रशासन विभाग (लागत: 15.38 करोड़)
नगर निगम कोरबा में 100 टीपीडी सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट (6.66 करोड़)
दर्री जोन क्रमांक 06 में सिटी बस डिपो/टर्मिनल कॉम्प्लेक्स (5.78 करोड़)
100 बेड अस्पताल में एसएनसीयू हॉल, रैम्प, बाउंड्रीवॉल (41 लाख)
प्रशिक्षण हॉल (वार्ड 32 व 31), अयोध्यापुरी तालाब में जलसंवर्धन, रिचार्ज वेल व ऑयल-ग्रीस ट्रैपिंग
दीपका में घर-घर पेयजल सेवा हेतु सर्विस कनेक्शन, टॉवर रोड से गणेश साहू घर तक आरसीसी नाली।
2. ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग – 3.72 करोड़
ट्रेनिंग हॉल, प्रयोगशाला कक्ष, विद्यालय भवन, उप स्वास्थ्य केंद्र, खाद भंडारण, पुलिया निर्माण।
3. जल संसाधन विभाग – तेन्दुभाठा एनीकट (2.79 करोड़), डोमनाला स्टापडेम – उरगा (2.89 करोड़)
4. मिनीमाता बांगो परियोजना – निरीक्षण भवन (आईबी) का जीर्णोद्धार (3.02 करोड़)
5. पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग – पोंड़ी उपरोड़ा से लेपरा मार्ग का पुनर्निर्माण व रिटर्निंग वॉल (1.19 करोड़)
6. अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (CREDA)
50 सोलर हाईमास्ट संयंत्र (2.68 करोड़),
50 उप स्वास्थ्य केंद्रों में 1.2 किलोवाट सोलर प्लांट (2 करोड़+)
7. लोक निर्माण विभाग (PWD) – 166.07 करोड़ की लागत से 28 कार्य, जिनमें पुल-पुलिया, सड़क, भवन व पहुंच मार्ग शामिल हैं।
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नामकरण व पौधरोपण कार्यक्रम:
मुख्यमंत्री श्री साय ने कन्वेंशन सेंटर परिसर में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा का अनावरण किया और कन्वेंशन सेंटर का नाम “पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर कन्वेंशन सेंटर” घोषित किया।
“एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत मुख्यमंत्री श्री साय ने सिंदूरी, उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने मौलश्री और मंत्री श्री लखनलाल देवांगन ने बादाम का पौधा रोपा। अतिथियों ने लोकमाता अहिल्याबाई के जीवन पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
यह कार्यक्रम जिले के विकास के लिए एक मील का पत्थर सिद्ध हुआ और जनसमर्थन के साथ जनकल्याण की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।