रावघाट जगदलपुर रेल लाइन को केंद्रीय रेल मंत्रालय के हरी झंडी के बाद 9 मई को बस्तर महाबंध को किया गया स्थगित।
बस्तरवासी पिछले 60 सालों से जगदलपुर को राजधानी रायपुर से जोड़ने के लिए रेल मार्ग की मांग कर रहे थे। यह मांग पूरी होती दिखाई नहीं दे रही थी।जिसके चलते बस्तर वासियों का सब्र का बांध टूट चुका था.बस्तर वासियों ने आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार कर ली गई थी.कल 9 मई को पूरे बस्तर में बंद का आह्वान किया गया था। इस बंद को बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स के साथ ही बस्तर के सभी सामाजिक संगठनों का भी समर्थन का मुहर लगा चुकी थी।. इसी बीच बस्तरवासियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है।केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने जगदलपुर से राजधानी रायपुर को जोड़ने के लिए रावघाट रेल परियोजना को दोबारा शुरू करने की मंजूरी दे दी है ।दरअसल,भाजपा के प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप के नेतृत्व में 5 सदस्यीय टीम ने दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री से मुलाकात कर रावघाट रेल परियोजना कार्य को दोबारा शुरू कराने की मांग की. रेल मंत्री ने इस मांग को मानते हुए जुलाई महीने तक डीपीआर का काम पूरा कर लेने का आश्वासन भी दी। दिल्ली से जगदलपुर लौटे केदार कश्यप ने भाजपा कार्यालय पहुंच कर प्रेस वार्ता में कहा कि जल्द ही बस्तरवासी राजधानी रायपुर तक रेल मार्ग के माध्यम से जुड़ पाएंगे.लगभग 60 सालों से बस्तरवासी जगदलपुर से राजधानी रायपुर को रेल मार्ग से जोड़ने की मांग कर रहे थे,जो अब केंद्र में बीजेपी सरकार होने से पूरा होता दिखाई दे रहा है. वहीं रेल सुविधाओं के विस्तार की मांग को लेकर 9 मई को बस्तर रेल आंदोलन मंच के सदस्यों ने बस्तर बंद भी बुलाया था. जिसको लेकर केदार कश्यप ने कहा कि रेल मंत्री से हुई सकारात्मक चर्चा में दोनों रेल लाइनों को मंजूरी मिलने के बाद रेल आंदोलन मंच के सदस्यों और विभिन्न सामाजिक संगठन को महाबंद को स्थगित करने की अपील की थी जिसे आज बस्तर के विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स ने इस अपील को मानते हुए महाबंद को स्थगित करने का फैसला किया,साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को आभार व्यक्त करते हुए पूर्व मंत्री केदार कश्यप को धन्यवाद ज्ञापित किया।