आबकारी कोरबा ने 150 प्रकरणों में जप्त की 465 लीटर अवैध शराब और 1950 कि.ग्रा. शराब बनाने का लाहन।
कोरबा( न्यूज उड़ानवर्ष ) आबकारी विभाग को अवैध शराब के विरूद्ध सतत् कार्यवाही करने श्री अजीत वसंत, कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी एवं श्री सौरभ बख्शी, सहायक आयुक्त आबकारी, कोरबा के निर्देश के पालन में विभाग ने 180 छापामार कार्यवाही कर 150 आपराधिक प्रकरण कायम कर माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किये गये है ।
465 लीटर अवैध और 1950 किलो ग्राम शराब बनाने की सामग्री और उपकरण बरामद कर जप्त किये गये है।
इस सामग्री का बाजार मूल्य लगभग दो लाख रूपये आंका गया है।
हरदीबाजार थाना के रलिया गांव में शराब बनाकर बेचने की शिकायत पर आबकारी उपनिरीक्षक श्रीमती दीपमाला नागदेव ने टीम के साथ कार्यवाही की। रलिया की कृष्णा बाई कॅवट पति कलेश्वर को जरकिन में भरकर शराब बेचते हुये पाया गया। मौके पर 4.5 लीटर शराब जप्त कर धारा 34 के तहत् प्रकरण कायम किया गया।
भिलाई बाजार गांव में 4 लीटर शराब बनाकर बेचते हुए सुदामा विमल गांगुली को पकड़ा गया। आरोपियों का चालान न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
हरदीकला के पवन पिता सुंदराम को अवैध मदिरा के व्यवसाय में लिप्त पाये जाने पर न्यायालयीन कार्यवाही की गई।
लालघाट क्षेत्र में शराब बिक्री की सूचना पर एडीईओ श्री रमेश अग्रवाल ने दबिश दी।
मुखबीर सूचना अनुसार नकली ग्राहक भेजकर खरीदी कराई गई जिसमें तुलसी दुलमु मुण्डा को पाउच में भरकर शराब बेचते हुये रंगेहाथों पकड़ा गया। मौके पर 900/- रू. बिक्री की 4.5 ली. शराब बरामद होने पर विधिवत् प्रकरण कायम किया गया।
रजगामार थाना के केरवा क्षेत्र में गेसराम पिता किशन, कुदमुरा के सुखराम पिता दौलत राम,
चचिया के सहदेव पिता जगेश्वर, नकटीखार के छोटेलाल पिता सुखसिंह को अवैध मदिरा गतिविधियों में लिप्त पाये जाने पर आबकारी टीम द्वारा प्रकरण कायम कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है।
गेवरा बस्ती धाना कुसमुण्डा के रामायण जायसवाल पिता दौलत राम को 24 पाव
देशी शराब छुपाकर अपने घर में बिक्री करते पाया गया। बांकीमोंगरा के सुकृता शिवपुकार को 23 पाव देशी प्लेन शराब रखे पाये जाने पर दोनों आरोपियों के विरूद्ध टीम ने कार्यवाही की।
छापामार दल में श्री रमेश अग्रवाल के साथ श्री मुकेश पाण्डेय, डॉ सुकान्त पाण्डेय, श्रीमती दीपमाला नागदेव, आबकारी उपनिरीक्षक की भूमिका रही, मुख्य आरक्षक अजय तिवारी, संजय गुप्ता, सिमोन मिंज, आरक्षक शिव वैष्णव, हेम डनसेना और दसराम सिदार, नगर सैनिक प्रजेश सिंह, कुंदन चन्द्रा एवं अन्य सहकर्मी का सराहनीय योगदान रहा।